
हरि न्यूज
हरिद्वार।पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 270 हिंदू तीर्थयात्रियों का एक विशेष जत्था सप्त सरोवर मार्ग स्थित 300 वर्ष प्राचीन संत शदाणी देवस्थानम् में गुरुवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए पहुँचा था। यह जत्था शदाणी पीठ के सातवें संत राजाराम साहिब के वार्षिक महोत्सव में भाग लेने भारत पहुँचा है।
आज शुक्रवार को संत समागम का आयोजन हुआ।जिसमे प्रमुख संतों ने मौजूद रहे।शदाणी दरबार आश्रम में आयोजित संत सम्मेलन में सभी श्रद्धालुओं को साधु संतों का सानिध्य भी प्राप्त हुआ है।मुख्य अतिथि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ज्योतिष गणना के अनुसार कई परिवर्तन होने वाले हैं। अनुमान है कि 2031 तक सभी पाकिस्तानी हिन्दू अपने देश में ही होंगे। सब मिलकर हिंगलाज माता के दर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में पाकिस्तान और चीन भारत का हिस्सा हुआ करते थे यहां तक कि कांधार को जो कि गांधार हुआ करता था, भगवान राम और भगवान कृष्ण से जुड़ी भूमि है। इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि जितने भी हिंदू विदेशों में अल्पसंख्यक के रूप में बसे हैं उन्हें भारत में धार्मिक यात्राओं के लिए तत्काल वीजा देना चाहिए। इसी तरह अन्य देशों की सरकारें भी हिंदुओं को भारत आने के लिए वीजा नियमों में बदलाव करें।

नवम पीठाधीश्वर डॉक्टर युधिष्ठिर लाल ने कहा कि आस्था देश की सीमाओं में नहीं बांधी जा सकती है। अपने संस्कार पूर्ण करने के लिए विदेशी हिन्दू भारत अवश्य आते हैं। उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी देशों श्रेष्ठ है। भारत की सरकार अच्छा कार्य कर रही है। साथ ही बताया कि पाकिस्तानी हिन्दू भारत यात्रा पर हर वर्ष आते हैं। भारत के विभिन्न मठ मंदिरो के दर्शन करने के बाद सभी पाक हिंदू श्रद्धालुओं ने हरिद्वार में कलश यात्रा निकाली, इसके बाद 1008 शिवलिंगों की पूजा की और फिर हर की पैड़ी पर गंगा आरती में भी भाग लिया। हरिद्वार भ्रमण के बाद ही सबकी धार्मिक यात्रा पूर्ण होती है। एक सुखद अनुभव लेकर पूरा जत्था रवाना होता है। सभी श्रद्धालुओं ने यहां यज्ञोपवित्र संस्कार और मुंडन संस्कार भी किया है। अपने संस्कृति और संस्कार को सब बहुत मानते भी हैं, इसलिए भारत के धार्मिक यात्रा हरिद्वार में ही आकर पूर्ण करते हैं।
कार्यक्रम में स्वामी हरिचेतनानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि,डॉक्टर प्रेमानंद गिरि,दरबार के सेवादार अमर लाल शदाणी और पाक हिंदू श्रद्धालु राजकुमार,राजेश कुमार,आशा कुमारी, नारायण, रामी बाई,ताराचंद, धनेश कुमार, दीपक कुमार,पुष्पा बाई, चेतन कुमार, अनीता बाई, पूनम बाई,तनीषा कुमारी, सीताबाई, चेतन माल, जया कुमारी,तानिया श्यामलाल शर्मा, नरेश कुमार,सोनिया, अशोक कुमार, अरुण कुमार,करण कुमार,विकास कुमार, निर्मल दास,तुलसीदास, विनोद कुमार, चंदाबाई,मंगला शर्मा, कविता कुमारी,कैलाश कुमार आदि मौजूद रहे