
हरि न्यूज
लुंबिनी,11 नवंबर।नेपाल के लुंबिनी राज्य में आयोजित किए गए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में नासिक जिले की ख्याति प्राप्त कवयित्री, सुखदा इंदोलिकर को सम्मानित किया गया है।
देश विदेश के रचनाकारों को प्रोत्साहित करने, देवनागरी लिपि के सरंक्षण तथा नेपाल भारत मैत्री सम्बंध विकास के लिए शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा आयोजित किए गए वैश्विक हिंदी अंतर्राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में कवयित्री, सुखदा इंदोलिकर को हिंदी काव्य शिरोमणि मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया है। सुखदा जी नासिक के प्रसिद्ध विद्यालय विजड़म हाई स्कूल में हिंदी की अध्यापिका हैं और अच्छी कवयित्री तथा लेखिका हैं। इनके द्वारा कई रचनाएं सृजित की गई हैं तथा साहित्य सृजन में उल्लेखनीय योगदान के लिए इन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान भी मिल चुके हैं।
शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा आयोजित वैश्विक हिंदी अंतर्राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में 1240 रचनाकारों ने अपनी कविता के माध्यम से सहभागिता जताई थी जिसमें से उत्कृष्ट 100 रचनाकारों को
काव्य लेखन में उत्कृष्ट रचनाकार घोषित कर हिंदी काव्य शिरोमणि मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया है। कविता प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बोलते हुए संस्था के अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने कहा – सुखदा जी नासिक जिले की ख्याति प्राप्त कवयित्री तथा लेखिका हैं इनकी रचनाओं में समाज को जागृत करने वाले संदेश होते हैं। ऐसे रचनाकारों से समाज की भलाई होती है ऐसे योग्य रचनाकारों को राज्य की ओर से सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। “
ज्ञात हो कि शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल अपने साहित्यिक गतिविधियों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुकी है। संस्था विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कार्यक्रम आयोजित करती आई है।
सम्मान ग्रहण करते हुए कवयित्री सुखदा जी ने कहा – शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल हम सब अग्रज तथा नवोदित रचनाकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य करती आई है जो प्रशंसनीय है संस्था पूर्ण निष्ठा से भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के विकास हेतु कार्य करती आई है संस्था का आभार व्यक्त करती हूँ। “
नेपाल देश की संस्था द्वारा प्रदान किए गए सम्मान कवि , लेखक, साहित्यकार, शिक्षक, पी एच डी शोध छात्र तथा अन्य क्षेत्र के विद्वानों के लिए बहु उपयोगी साबित होता आया है। कई शिक्षकों की पदोन्नति का कारण भी बना है।