
जीवन का कल्याण करते हैं गुरुदेव:पं. शशिकांत वशिष्ठ
हरि न्यूज/ प्रमोद गिरि
हरिद्वार।उत्तरी हरिद्वार भूपतवाला के वेद निकेतन धाम में श्री राम मंदिर धामपुर के पीठाधीश्वर महंत स्वामी शिव कथा सम्राट प.राधेश्याम व्यास महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

इस अवसर पर महंत राधेश्याम कथा व्यास ने श्रद्धालु भक्तों को गुरु पूर्णिमा के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान है, गुरु के बिना अज्ञानता के अंधकार को दूर कर पाना अंसभव माना गया है।उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा के दिन स्नान-दान और उपवास के कार्य शुभ फलदायी माने गए हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु का आदर-सम्मान करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। महंत राधेश्याम व्यास ने कहा कि जिस व्यक्ति के जीवन में गुरु दीक्षा नही होती उस व्यक्ति के जीवन का कल्याण असंभव है।हमे गुरु के बताए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए तभी जीवन का कल्याण होता है।महंत राधेश्याम व्यास के कृपा पात्र


उत्तराखिकारी पं. शशिकांत वशिष्ठ ने कहा कि गुरु हमारे जीवन कल्याण करते हैं हमारे धर्म ग्रंथों में गुरु मे गु का अर्थ अन्धकार या अज्ञान और रू का अर्थ प्रकाश (अन्धकार का निरोधक) । अर्थात् अज्ञान को हटा कर प्रकाश (ज्ञान) की ओर ले जाने वाले को गुरु कहा जाता हैं।हिंदू धर्म में ज्ञान, प्रेरणा और मार्गदर्शन के लिए गुरु पूर्णिमा का खास महत्व है। गुरु अंधकार में प्रकाश का रुप होते हैं, जो अज्ञानता को दूर कर सही मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन शिष्य अपने गुरु की पूजा करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं कि उनकी कृपा से वह जीवन में कुछ कर पाए कुछ बन पाए। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के पूजन के साथ साथ समाज कल्याण की कामना भी करनी चाहिए।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव में उत्तर प्रदेश दिल्ली,राजस्थान,हिमाचल,हरियाणा, छत्तीसगढ़ सहित सैकड़ो श्रद्धालु भक्तों ने आशीर्वाद प्राप्त किया।
