नेपाल भारत मैत्री कविता प्रतियोगिता हुई संपन्न,87रचनाकारों का हुआ चयन

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हरि न्यूज/प्रमोद गिरि

लुंबिनी, 26 जुलाई। नेपाल के लुंबिनी में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की कविता प्रतियोगिता संपन्न हुई है। भगवान बुद्ध की जन्मभूमि लुंबिनी में उक्त प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। नेपाल भारत मैत्री विकास, भाषा साहित्य कला और संस्कृति क्षेत्र के प्रतिभाशाली व्यक्तित्व को प्रोत्साहित करने तथा नेपाल भारत साहित्यिक तथा धार्मिक पर्यटन विकास के उद्वेश्य से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।नेपाल की प्रसिद्ध संस्था ” शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल ” द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन ” नेपाल भारत मैत्री अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता ” का आयोजन किया गया था।

प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका तथा कजाकिस्तान से 183 रचनाकारों ने अपनी काव्य रचना के माध्यम से सहभागिता जनाई थी। उत्कृष्ट रचना के आधार पर उत्कृष्ट लेखकों की घोषणा की गई है। तीन सदस्यीय चयन समिति द्वारा कुल 87 रचनाकारों का चयन किया गया है। चयनित सभी रचनाकारों को ऑनलाइन आकर्षक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। साथ ही प्रतियोगिता में चयनित 10 रचनाकारों को वर्ष 2025 में नेपाल में आयोजित किए जाने वाले ऐतिहासिक महत्व के गौरवशाली सम्मान समारोह विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह में सम्मान तथा पुरस्कृत कविता पाठ के लिए सहयोग आधारित अवसर प्रदान किया जायेगा।अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के संदर्भ पर आयोजित इस नेपाल भारत मैत्री अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में इन रचनाकारों की कविता को उत्कृष्ट घोषित किया गया हैमेरठ से डॉ मोहिनी शर्मा स्नेह, कानपुर देहात से सुरेश सचान पटेल, फिरोजाबाद से अमर सिंह एडवोकेट, कटनी से डॉ राधा सुनील कुमार, विशाखापत्तनम से के वी शर्मा, बिलासपुर से जलेश्वरी वस्त्रकार, चतरा से सुशीला कुमारी, बूंदी से रेखा शर्मा, अंबेडकर नगर से डॉ तारा वर्मा स्टार, उदयपुर से प्रीती चौरसिया गुप्ता, दरभंगा से राजन कार्तिकेय, नई दिल्ली से रेखा मल्हान, बरेली से मीनू चौधरी, भावना मोहन विधानी, खंडवा से सरिता सक्सेना, टीकमगढ़ से प्रदीप खरे मंजुल, रायपुर से कवि मोहम्मद हुसैन मुजाहिद, जबलपुर से प्रभा बच्चन श्रीवास्तव, जबलपुर से ही राजकुमारी रैकवार राज, अजमेर से डॉ छाया शर्मा, जयपुर से सुनीता त्रिपाठी, जयपुर से ही सुखेंद्र कुमार माथुर, डॉ संजीदा खानम शाहीन, जयपुर से डॉ इंदिरा चौधरी, दुर्ग से उषा पटेल, सिंगरौली से रंजीता पाण्डेय, जयपुर से डॉ रेखा गुप्ता, फिरोजाबाद से कुलदीप भारद्वाज, उदयपुर से डॉ कुसुमलता टेलर, गोवा से दुर्वा दुर्गेश वारिक गोदावरी, जोधपुर से सुशीला भंडारी, बीकानेर से डॉ रामचंद्र स्वामी, नाशिक से डॉ वंशीलाल हेमलाल गाडिलोहार, बरेली से शशि रानी सिंह, आगरा से राज फौजदार, गांधीनगर से प्रो डॉ जनक सिंह मीना, जशपुर से संतोषी डनसेना, दतिया से मंजू खरे, कांकेर से सुमा मण्डल, बिलासपुर से उषा तिवारी, डॉ वनिता शर्मा, ज्योति महादुले, मधुबनी से प्रकाश कुमार मधुबनी चंदन, विदिशा से राज कुमार अहिरवार प्रेरणा, मैनपुरी से हरवीर सिंह यादव, प्रयागराज से मंजूलता नागेश, सागर से प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान, अंबाला से डॉ मंजू तोमर, अजमेर से मंजू माथुर, अजमेर से ही अनुकृति माथुर, रायगढ़ से डॉ गीता उपाध्याय मंजरी, लखनऊ से सरिता सदाबहार, अमरोहा से दुष्यंत कुमार, हजारीबाग से संजय हजारीबागी, चंद्रपुर से सुन्नी नागेंद्र सिंग, बलसाड़ से दीपाश्री मुकेश भाई महेर, झांसी से रमाशंकर चतुर्वेदी आनन्द, जोधपुर से महेश सोलंकी, नोएडा से दिवाकर पाण्डेय विभाकर, बिजनौर से राखी उपासना कौशिक, रायगढ़ से उग्रसेन पटेल उग्र, शामली से रुचि शर्मा कांधला, कानपुर से डॉ सुनील कुमार तिवारी, लखनऊ से , बिलासपुर से भूपेंद्र श्रीवास्तव, होशियारपुर से प्रो सरोज शर्मा, बंगलौर से डॉ कृष्ण कांत भट्ट, बिजनौर से कविता नामदेव, तंजानिया से निशा सेठ, दिल्ली से डॉ ओंकार त्रिपाठी, सांगली से लक्ष्मी यादव ख्वाहिश, गाजियाबाद से रेनू बाला सिंह, विशाखापत्तनम से के वी शर्मा, छतरपुर से पुष्पराज पटेल, रायबरेली से गार्गी गुप्ता, दिल्ली से सुमन मीना, टोंक से रामअवतार स्वामी, फरीदाबाद से डॉ इंदु गुप्ता, धनवाद से डॉ नीतू गौरव कुमार, आगरा से शारदा तोमर, रायगढ़ से सीमा पटेल, गुना से मोहन सिंह जाटव, भदोही से शिव बहादुर बिंद शिव, विदिशा से राजकुमार अहिरवार प्रेरणा, जयपुर से डॉ अंजू सक्सेना का चयन किया गया है। चयनित सभी उत्कृष्ट रचनाकारों को संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने ” नेपाल भारत मैत्री काव्य रत्न सम्मान ” प्रदान कर उज्जवल भविष्य की कामना की है।प्रतियोगिता आयोजक संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल के अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु कहते हैं – नेपाल भारत का मैत्री सम्बंध युगों से रहा है। इस मैत्री सम्बंध को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य और धर्म है। नेपाल भारत बीच का सम्बंध का एक बड़ा प्रमाण भगवान राम और माता जानकी का सम्बंध भी है। इस प्रतियोगिता का आयोजन भी सम्बंध में और अधिक मिठास लाना तथा साहित्यिक क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना रहा है। “
ज्ञात हो कि शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल, नेपाल की ही नहीं बल्कि विश्व की ख्याति प्राप्त संस्था बन चुकी है जो निष्पक्ष तरीके से देश विदेश की विभिन्न प्रतिभाओं को सम्मानित कर प्रोत्साहित करती आई है। संस्था वर्ष 2025 में विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन कर रही है जिसमें देश विदेश की सैकड़ों हस्तियां शामिल होंगी। संस्था की सचिव तथा चयन समिति सदस्य चरना कौर कहती हैं – सबसे अधिक भारत बर्ष की महिला रचनाकारों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है जो गर्व की बात है। महिलाए बहुत आगे बढ़ चुकी है चाहे कोई भी क्षेत्र हो। हमारी संस्था विश्व की महान महिलाओं के हितार्थ एक बड़ी परियोजना जल्द ही लाने वाली है। जिसे विभिन्न क्षेत्रों की सैकड़ों महिला प्रतिभाओ को लाभ मिल सकेगा।”
संस्था ऑनलाइन तथा ऑफलाइन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करती आई है। विगत दो वर्षों में विभिन्न कविता तथा कथा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा चुका है। संस्था की एक बड़ी परियोजना विश्व में पहली बार विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक परिचय डायरेक्ट्री का प्रकाशन है जो कि बर्ष 2025 में संपन्न किया जायेगा जिसमें विश्व भर से चयनित एक हजार अग्रज तथा नवोदित कवि लेखक और साहित्यकारों का विस्तृत परिचय निःशुल्क प्रकाशन किया जायेगा जिसके लिए अभी भी परिचय भेजा जा सकता है +977 9804583611 पर। संस्थान के अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु पुनः कहते हैं – ” संस्था द्वारा आगामी दिन में एक साथ नेपाल और भारत में विशाल ऐतिहासिक आयोजन की योजना निर्माण हो रही है। “

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