भोलेनाथ की श्रद्धा समर्पण भाव से की गई आराधना नहीं जाती निष्फल:महामंडलेश्वर गर्व गिरि

उत्तराखंड हरिद्वार

हरि न्यूज

हरिद्वार। कांगड़ी की प्रख्यात धार्मिक संस्था बाबा वीरभद्र सेवाश्रम न्यास के परमाध्यक्ष एवं जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरि महाराज ने कहा कि श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ की श्रद्धा समर्पण भाव से की गई आराधना निष्फल नहीं जाती हैं।उन्होंने कहा कि
श्रावण मास भगवान भोलेनाथ को अति प्रिय हैं और महादेव की कृपा पाने के लिए श्रावण मास में भक्तों के लिए अति उत्तम हैं भक्तों को श्रावण मास में भक्तों को श्रद्धा समर्पण भाव से भोलेनाथ की भक्ति में लीन हो जाना चाहिए। श्रावण मास में भोलेनाथ के किसी भी स्वरूप की पूजा अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ के कई रूप है जिनमें महादेव, शंकर और नीलकंठ – नाम कोई भी हो, लेकिन आस्था और श्रद्धा उनके हर नाम और स्वरूप के साथ जुड़ी होती है। उन्होंने कहा कि सावन का महीना शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। ये समय हर तरह से भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने का समय होता है।

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