
हरि न्यूज
हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री कृष्ण कृपा धाम भीमगोड़ा के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शिष्यों एवं श्रद्धालु भक्तों को प्रवचन देते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति में एक अत्यंत पावन पर्व माना गया है. यह दिन गुरु और शिष्य के रिश्ते की पवित्रता और उसके महत्व का प्रतीक माना जाता है. यह केवल पारंपरिक गुरु-शिष्य संबंध तक सीमित नहीं है, बल्कि आज के समय में माता-पिता, अध्यापक, आध्यात्मिक गुरु, को इस दिन विशेष सम्मान दिया जाता है।उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा गुरु और शिष्य के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह दिन गुरुओं के मार्गदर्शन और ज्ञान के महत्व को दर्शाता है।गुरु पूर्णिमा आत्म-ज्ञान और आध्यात्मिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इस दिन, लोग अपने गुरुओं से आशीर्वाद प्राप्त कर अपने जीवन में सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा पाते हैं।स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गुरु पूर्णिमा का उत्सव, गुरुओं के प्रति सम्मान, कृतज्ञता, और आध्यात्मिक विकास का एक महत्वपूर्ण अवसर है।गुरुपूर्णिमा के अवसर पर देश के कोने कोने से आए श्रद्धालु भक्तों एवं शिष्यों ने महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।