
हरि न्यूज
हरिद्वार
।उत्तराखण्ड बटालियन एनसीसी हरिद्वार के द्वारा वार्षिक संयुक्त प्रशिक्षण शिविर (सीएटीसी) का उद्घाटन कैम्प कमांडेंट कर्नल विनय मल्होत्रा के द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान पतंजलि विश्वविद्यालय औरंगाबाद में हरिद्वार में किया गया। यह जानकारी गुरुकुल कांगडी समविश्वविधालय एन.सी.सी.प्रभारी मेजर डा. राकेश भूटियानी ने देते हुए बताया की कैम्प में गुरुकुल कांगडी के 75 कैडेटस सहित जनपद टिहरी, पौडी एवं हरिद्वार के विद्यालय महाविद्यालयों से लगभग 460 कैडेट प्रतिभाग कर रहे है । जिसमें सीनियर जूनियर बालक एवं बालिकाऐं सम्मिलित है।

उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कर्नल विनय मल्होत्रा में एनसीसी कैडेटो को कहा कि एनसीसी के माध्यम से युवाओं में एकता और अनुशासन लाना है । सीएटीसी कैम्प के माध्यम से युवाओं को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत करना है बल्कि आपको आज के समय के हिसाब से मानसिक, सामाजिक और नैतिक रूप से भी परिपक्व करना है। शिविर में राष्ट्र की एकता और अखण्डता की भावना को सिखाया जाता है साथ ही किसी जाति लिंग धर्म इत्यादि भेदभाव के बिना एक साथ रहना भी सिखाया जाता है।
दस दिवसीय शिविर में कैडटों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिये जायेगे जैसे- ड्रिल , हथियार प्रशिक्षण, मैप रीडिंग, फील्ड क्राफ्ट बैटल क्राफ्ट, प्राथमिक चिकित्सा, सामाजिक कार्य, नेशनल इंटीग्रेशन, आपदा प्रबंधन, नेतृत्व क्षमता, टीमवर्क ,उत्तम नागरिक बनाने का कौशल इत्यादि।

कर्नल मल्होत्रा के द्वारा अपने सम्बोधन में आगे कहा गया कि इस शिविर की विशेषता है कि इसमें एनसीसी प्रशिक्षण के आलावा योग प्रशिक्षण कार्यशाला, ड्रोन प्रशिक्षण, तथा युवाओं में कौशल विकास के लिए स्टार्टअप प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इस एनसीसी शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट का चयन भविष्य में होने वाले राष्टीय स्तर के कैम्पों के लिए भी किया जाएगा जिससे कैडेटों को राष्टीय स्तर पर प्रतिभाग करने अवसर प्राप्त हो सकेगा।
द्वितीय सत्र का आरम्भ जेडआरओ लैंसडाउन के कर्नल आर एस पंवार के द्वारा किया गया। जिन के द्वारा एनसीसी कैडेट्स को भारतीय सेना में प्रवेश से संबंधित जारकारियां दी गयी। कर्नल पंवार ने कहा कि एनसीसी कैडेट राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय सैन्य अकादमी, और ऑफिसर्स प्रशिक्षण अकादमी में प्रवेश पा कर अपना भविष्य सुरक्षित करने के साथ ही साथ देश की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है।