
हरि न्यूज
हरिद्वार।श्री भैरव अष्टमी के पावन पर्व पर श्री पंच दश नाम जूना अखाड़े में भगवान शिव के सौम्य रूप भगवान श्री आनंद भैरव जी का विशेष पूजन किया गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमंत हरि गिरि महाराज के सानिध्य में अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती ,अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ,महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि अंतर्राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत ओम भारती, श्रीमहंत कंचन गिरि, श्रीमहंत महाकाल गिरि ,श्रीमहंत आदित्य गिरि ,मुख्य पुजारी महंत भास्कर पुरी,महंत विमल देव गिरि आदि ने नगर कोतवाल श्री आनंद भैरव का विशेष श्रृंगार किया तथा पांच प्रहर की विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया जिसमें नागा संन्यासियों व सैकड़ो श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया।

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि आज भैरव अष्टमी श्री भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव भगवान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना करने तथा उनके प्रिय वहां काले कुत्ते को मालपुआ व मिष्ठान खिलाने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
इस अवसर पर जूना अखाड़े से आज प्रातः विशेष शोभायात्रा निकाली गई ।बैंड बाजों से सुसज्जित शोभायात्रा में भगवानआनंद भैरव की पालकी विशेष आकर्षण का केंद्र थी। शोभायात्रा बाल्मीकि चौक, दत्तात्रेय चौक, अपर रोड, हर की पौड़ी ,बड़ा बाजार, मोती बाजार, रामघाट ,विष्णु घाट होते हुए वापस अखाड़े पहुंची।पूरे परिक्रमा मार्ग में जगह जगह श्रद्धालुओं तथा स्थानीय नागरिकों ने भगवान भैरव का पुष्प वर्षा कर अभिनंदन किया।इस मौके पर श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि महाराज ने बताया कि भगवान भोलेनाथ के रूप श्री आनंद भैरव भगवान की पूजा अर्चना करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं जीवन में कोई भी बाधा नहीं रहती हैं।
