कवयित्री-डॉ. ऋचा शर्मा “श्रेष्ठा” करनाल (हरियाणा)

हरि न्यूज
विश्व छात्र दिवस हर साल 15 अक्टूबर को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
यह शुभ व विशेष दिन भारत के “मिसाइल मैन” की याद में मनाया जाता है।।
हमारे महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म दिन 15 अक्तूबर को आता है।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. साहब के महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है।।
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ छात्रों को प्रोत्साहित किया जाता है।
सादगी और विनम्रता बनाए रखने हेतु ईमानदारी और आत्म-अनुशासन सहित कार्य करना सिखाया जाता है।।
ज्ञान के दीप प्रज्ज्वलित करके सपनों को सजाया था।
कठिन परिश्रम की सही राह पकड़ कर आगे ही बढ़ाया था।।
नई उम्मीद और नवीन उपलब्धियों को प्राप्त करना सिखाया था।
विद्या से विज्ञान की ओर उन्नति कर प्रगतिवादी बनाया था।।
मानवीय-सेवा करना ही निज जीवन में जिन्होंने अपनाया था।
शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालना ही उनके मन को भाया था।।
तन-मन-धन की स्फूर्ति से सशक्तिकरण रहना ही बतलाया था।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति व महान वैज्ञानिक बन दिखलाया था।।
छात्र भविष्य के निर्माता हैं और उन्नति की ओर बढ़ते रहें।
सीखने से ही उपलब्धियाँ होंगी प्राप्त बस प्रयास करते रहें।।
कोशिश से कामयाबी तक का सफ़र बिना रूके जारी रहे।
राह में चाहे हो हार या जीत बस चुनौतियों की तैयारी रहे।।
अंत में डॉ. कलाम के सपनों को हम पूरा कर दिखलाएँगे।
मेहनतकश इंसान ही स्वयं के भीतर स्वाभिमान जगाएँगे।।
अतीत की स्मृतियों को वर्तमान में हकीकत बन चमकाएँगे।
अपने भारत देश को उच्च शिखर पर मिलकर हम ले जाएँगे।।