
हरि न्यूज
(लेखक:शशि रानी सिंह,बरेली,उत्तर प्रदेश) रतन टाटा
एक इंसान जो महानायक बने,
नश्वर शरीर को त्याग कर चले गए ।
वे एक ऐसे महान आत्मा हैं ,
जो दुनिया में कम आते हैं।
पूरे देश को शोकमग्न कर गए,
कुछ दिन और जी लेते ।
उद्योग जगत में नाम कमाया,
जिन्दगी को सादगी से जिया ।
प्रेम में असफल हुए ,
इसी गम में और मजबूत हुए ।
देश प्रेम का दिखावा नहीं,
सच्चा देश भक्त कोई आडंबर नहीं ।
टाटा नमक से कार तक बनाया ,
टाटा समूह और टी सी एस को सँवारा ।
अपने आय का 65% दान किया ,
मानव सेवा का धर्म निभाया।
महान हस्ती को कई पुरस्कारों से नवाजा गया ,
पद्म भूषण और पद्म विभूषण का मान बढ़ाया ।
गरीबों के लिये टाटा नैनो कार का बनाया ,
लखटकिया कार कहलाया ।
सच्चे नेतृत्वकर्ता के उदाहरण हैं आप,
लगन और मेहनत के उदाहरण हैं आप ।
अपने आप में महान् रत्न हैं आप,
भारत रत्न के बिना भी कीमती रत्न हैं आप।
युवाओं के प्रेरणास्त्रोत हैं वे ,
ऐसे महान आत्मा को शत शत प्रणाम