
हरि न्यूज/प्रमोद गिरि
हरिद्वार, 21 जुलाई। महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरि फरसे वाले बाबा ने कहा कि गुरु पूर्णिमा गुरू के प्रति कृतज्ञता व समर्पण का दिव्य पर्व है। गुरू ही शिष्य के जीवन को ज्ञान रूपी दिव्य प्रकाश से आलौकित करते हैं। गुरू पूर्णिमा पर शिष्यों को संबोधित करते हुए स्वामी गर्व गिरि महाराज ने कहा कि आज का दिन दिव्य, मार्गदर्शक ज्योति स्वरूप गुरू के प्रति सम्मान का प्रतीक है।

श्रद्धालु भक्तों को श्रावण मास की शुभकामनाएं देते हुए महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरि महाराज ने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है। सूक्ष्म आराधना और जलाभिषेक से ही प्रसन्न होकर भगवान शिव भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करते हैं। भारत के विभिन्न राज्यों से शिवभक्त कांवड़िए अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के उद्देश्य से गंगाजल लेने धर्मनगरी आते हैं। कांवड़ियों की सेवा में सभी को अपना योगदान देना चाहिए।
