
हरि न्यूज
हरिद्वार। सूर्य नारायण फाउंडेशन लखनऊ के तत्वाधान में आयोजित पुस्तक विमोचन,सम्मान समारोह एवं कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर की पूर्व मेयर डॉ सत्य पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।वरिष्ठ कवयित्री कीर्तिशेष निशी बाला श्रीवास्तव की “यादों के झरोखों से” नामक पुस्तक का विमोचन हुआ। कार्यक्रम में सभी कवियों एवं कवयित्रीयों को माल्यार्पण,शल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में कवि सम्मलेन का संचालन संजय शर्मा ने किया। कवि सम्मेलन सभी कवियों एवं कवयित्रीयों ने एक से बढ़ कर एक अपनी कविताएं पढ़ी। लेकिन जब हिना कौसर गोरखपुरी ने अपनी कविता पढ़ना शुरू किया तो उनकी शायरी और ग़ज़लों पर लोगों ने ख़ूब तालियां बजाई और लोग झूम उठे।

हिना ने अपना काव्य पाठ अपने माता को समर्पित एक मुक्तक “चरण माता पिता के अपने मैं छू कर के आई हूं,चरण की धुल माथे पे लगा कर के मैं आई हूं,हिना तो नाम है मेरा जो थोड़ा प्यार मिल जाए,मोहब्बत भाई चारे का यही पैगाम लाई हूं।” से शुरुआत किया जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।
हिना ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज का कवि सम्मेलन बहुत ही शानदार एवं सफल रहा इसके लिए मैं कवि सम्मेलन के आयोजक सुधीर श्रीवास्तव एवं संयोजक अभिषेक श्रीवास्तव को बधाई देती हूं। विशेष रूप से आज की हमारी मुख्य अतिथि डॉक्टर सत्य पांडे को मैं हृदय से आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करती हूं क्योंकि आपसे जब भी मुलाकात होती है तो हर बार आप उतना ही स्नेह और सम्मान देती हैं जितना आपने मुझे पहली बार दिया था। वास्तव में आपसे मिल कर बहुत खुशी होती है कि आप हमारे जिले की मेयर रह चुकी हैं लेकिन आपमें बिल्कुल भी कोई अहम नहीं है जो आपके अच्छे व्यक्तित्व को दर्शाता है।

