
गुरु शिष्य को अज्ञानता से निकालकर प्रकाश रूपी ज्ञान की ओर ले जाते है:आचार्य शशिकांत वशिष्ठ
हरि न्यूज
हरिद्वार।उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था वेद निकेतन धाम में श्रीराम मंदिर आश्रम धामपुर के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिव कथा मर्मज्ञ महंतश्री राधेश्याम महाराज के पावन सानिध्य में देश के कोने कोने से आए शिष्यों ने गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम हर्षोल्लास से मनाया।

धामपुर के प्रसिद्ध श्री राम मंदिर आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिव कथा मर्मज्ञ महंतश्री राधेश्याम जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर शिष्यों एवं श्रद्धालु भक्तों को प्रवचन देते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरुओं के प्रति आस्था,श्रद्धा, विश्वास,सम्मान और समर्पण प्रकट करते हुए गुरु दीक्षा मंत्र लेते हैं, जिसे गुरु मंत्र भी कहा जाता है, यह एक पवित्र मंत्र होता है, जो गुरु द्वारा शिष्य को आध्यात्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए दिया जाता है,गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुद्वारा दिए गए मंत्र का जो श्रद्धालु भक्त शिष्य श्रद्धा लगन विश्वास से गुरु मंत्र का जाप करते है उनके जीवन का कल्याण हो जाता है और जीवन के संताप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है। महंतश्री राधेश्याम महाराज के कृपा पात्र आचार्य शशिकांत वशिष्ठ महाराज ने कहा कि गुरु पूर्णिमा गुरु के प्रति आस्था सम्मान समर्पण विश्वास का दिन है जो शिष्य अपने गुरुदेव पर पूर्ण रूप से विश्वास करते हैं वो सत मार्ग पर चलकर अपने कर्मों के दोष मुक्त कर लेते है और जीवन को नई उच्चाइयों तक ले जाते है।उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजन और आशीर्वाद लेने का विशेष महत्व होता है। वैसे तो हर माह की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है लेकिन आषाढ़ माह की पूर्णिमा गुरु को समर्पित होती है। इस दिन शिष्य अपने गुरुओं का आभार व्यक्त करते हुए उनका नमन करते हैं। गुरु ही व्यक्ति को अज्ञानता से निकालकर प्रकाश रूपी ज्ञान की तरफ ले जाता है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर महंतश्री राधेश्याम जी महाराज का रविकांत पाण्डेय,मनीष कुमार,वेद प्रकाश,शिवचरण,अनिल गोयल,बलवीर सिंह,ममता चौहान, संपत लाल सोनी,मोनू बघेल,सुमित,नरेश,गौरव वशिष्ठ सहित राजस्थान,झारखंड,हरियाणा,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड,हिमाचल से आए श्रद्धालु भक्तों शिष्यों ने पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया।