संस्कृत और संस्कृति को समर्पित रहा ब्रह्मलीन म.म.शांतानंद वेदांताचार्य महाराज का समूचा जीवन: म.म.हरिचेतनानंद महाराज

उत्तराखंड हरिद्वार

महंत योगेंद्रानंद शास्त्री के परम सानिध्य में संतो महंतो ने धूमधाम से मनाया ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद वेदांताचार्य महाराज का नवम निर्वाण महोत्सव

हरि न्यूज

हरिद्वार।उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री जगदीश आश्रम खड़खड़ी के परमाध्यक्ष महंत योगेंद्रानंद शास्त्री महाराज के सानिध्य मे संतो महंतो महामण्डलेश्वरों ने ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद वेदांताचार्य महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर शांतानंद वेदांताचार्य महाराज की नवम निर्वाण महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानन्द महाराज ने की एवं महंत रविदेव शास्त्री ने कुशल संचालन में सम्पन्न हुआ।

नवम निर्वाण महोत्सव एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद वेदांताचार्य महाराज का समूचा जीवन संस्कृत और संस्कृति को समर्पित रहा उन्होंने जीवन पर्यंत समाज में संस्कृत का प्रचार प्रसार कर संस्कृत विद्यालय स्थापित कर देश प्रदेश को संस्कृत के विद्वान दिए जो ब्रह्मलीन महाराजश्री के नाम को देश भर में ऊंचाईयों तक ले जा रहे हैं।महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि संतो का जीवन समाज कल्याण को समर्पित होता हैं ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर शांतानंद वेदांताचार्य महाराज ने जीवन भर गौ,गंगा, गीता की सेवा की।

महामंडलेश्वर स्वामी चिंदविलाशानंद सरस्वती एवं महामंडलेश्वर डॉ प्रेमानंद महाराज एवं श्रीमहंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर शांतानंद वेदांताचार्य महाराज ने सनातन धर्म संस्कृति को संरक्षित संवर्धित करने में अपनी अहम भूमिका निभाई,उन्होंने देश भर में संस्कृत का प्रचार प्रसार करते हुए श्री जगदीश आश्रम में भगवान पारदशिव स्थापित कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हुए समाज कल्याण के कार्य किए।

श्री जगदीश आश्रम के परमाध्यक्ष महंत योगेंद्रानंद शास्त्री महाराज ने कहा कि बिना गुरु के जीवन का कल्याण असंभव है,उन्होंने कहा कि गरीब सदगुरू पूर्ण ब्रह्मा हैं, सदगुरु आप अलेख सदगुरु रमता राम है, या में मीन न भेख। महंत योगेंद्रानंद शास्त्री महाराज ने कहा कि बिना गुरु के जीवन चरित्र का निर्माण असंभव है गुरुदेव के बताए मार्ग पर चलकर समाज में संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार करते हुए श्री जगदीश आश्रम की सेवाओं को सुचारू रूप से चलाना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।उन्होंने श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पधारे संतो महंतो महामण्डलेश्वरों का माल्यार्पण कर आभार व्यक्त किया।
श्रद्धांजलि सभा में महामंडलेश्वर स्वामी चिंद विलाशानंद सरस्वती,श्रीमहंत विष्णुदास महाराज,श्रीमहंत दुर्गादास,महंत सूरजदास,महंत नारायण दास पटवारी,महंत विनोद महाराज,महंत मोहनदास, महंत दिनेशदास,महंत केशवानंद, शिवम महंत,पूर्व पार्षद अनिरुद्ध भाटी पार्षद महावीर वशिष्ठ,भाजपा नेता विदित शर्मा,राहुल बंसल सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं भक्तों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

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