
रेड़ी पटरी के लघु व्यापारियों की न्याय संगत मांगों के लिए मेरे संघर्ष जारी रहेंगे :संजय चोपड़ा
हरि न्यूज
हरिद्वार ।नई दिल्ली कांस्टीट्यूशन क्लब में नेशनल एसोसिएशन स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ़ इंडिया नसावी के महा अधिवेशन में नसावी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह राष्ट्रीय समन्वय अरविंद सिंह द्वारा उत्तराखंड में रेड़ी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स के लिए संघर्ष कर उत्कृष्ट कार्य कर रहे संजय चोपड़ा को दूसरी बार नासवी रत्न से सम्मानित कर सार्वजनिक तौर पर अभिनंदन व स्वागत किया गया आज हरिद्वार प्रथम वेंडिंग जोन के प्रांगण में नगर निगम क्षेत्र के रेड़ी पटरी के लघु व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने लघु व्यापारियों की बैठक आयोजित कर नेशनल एसोसिएशन स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ़ इंडिया नासवी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आभार प्रकट करते हुए लघु व्यापारी नेता संजय चोपड़ा का उत्साह वर्धन किया।

इस अवसर पर लघु व्यापार एसो.के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा 25 वर्षों से रेड़ी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स लघु व्यापारियों को संगठित कर सड़क से संसद भवन तक संघर्ष कर स्ट्रीट वेंडर्स की न्याय संगत मांगों को दोहराते चले आ रहे हैं उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयास से उत्तराखंड राज्य के सभी नगर निगम में उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार रेड़ी पटरी के लघु व्यापारियों को वेंडिंग जोन के रूप में स्वरोजगार दिए जा रहे हैं जो कि हर्ष का विषय है उन्होंने कहा कि नेशनल एसोसिएशन का स्ट्रीट वेंडर ऑफ़ इंडिया नासवी द्वारा 1998 से भारतवर्ष के सभी स्ट्रीट वेंडर संगठनों को संगठित कर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सामाजिक सुरक्षा दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं।
नेशनल एसोसिएशन स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ़ इंडिया नासवी द्वारा उत्तराखंड राज्य के स्ट्रीट वेंडर्स लघु व्यापारी नेता संजय चोपड़ा को उत्कृष्ट कार्य पर नासवी रत्न से सम्मानित किए जाने से उत्साहित लघु व्यापारियों में राजकुमार ,कमल सिंह, मनीष शर्मा, ओमप्रकाश भाटिया, लालचंद गुप्ता, विजय गुप्ता, रणवीर सिंह ,जय भगवान ,उमेश कुमार ,मोहनलाल, वीरेंद्र कुमार ,कमल शर्मा ,नीरज कश्यप, चंदन रावत ,कुंदन सिंह, नीतीश अग्रवाल ,सोनू गुप्ता, तस्लीम अहमद ,नईम सलमानी, आजम अंसारी ,श्रीमती पूनम माखन, मंजू पाल ,सीमा देवी ,कामिनी मिश्रा ,इंदिरा देवी ,पुष्पा दास, माया देवी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।